कान में खुजली के उपाय के बारे में जानें

कान में खुजली होना बहुत आम है और हम सभी ने इस कष्टप्रद अनुभूति का अनुभव किया है। हमारे कान की त्वचा बहुत संवेदनशील है और कान में खुजली होना एक प्रतिक्रिया है जो यह संकेत देती है कि कुछ गड़बड़ है। हालांकि यह हानिरहित और बहुत गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन बार-बार हो रहा है तो यह एक समस्या बन सकती है।

अगर बाहरी कान में खुजली हो तो खरोंच करना और आराम पाना आसान है, लेकिन अगर कान में खुजली भीतरी कान या कान की नलिका में हो तो बहुत परेशानी हो सकती है। तो आइए जानते हैं कान में खुजली के उपाय और कान में खुजली होने के कारण।

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कान में खुजली होने के कारण क्या है?

कान में खुजली होने के कारण कई हैं, आपको कोई बीमारी या चिकित्सीय समस्या न होते हुए भी कानों में खुजली हो सकती है, यह अत्यधिक संवेदनशील त्वचा के कारण हो सकता है। यदि यह संवेदनशील त्वचा का मामला नहीं है, तो कान में खुजली होने का कारण निम्न में से एक हो सकता है।

1. सूखे कान या सूखी त्वचा से कान में खुजली

हमारे कान की ग्रंथियां कान के गंधक और तेल का उत्पादन करती हैं, यह स्राव कान की त्वचा को मुलायम और स्वस्थ रखता है। कुछ लोग पर्याप्त कान के गंधक का उत्पादन नहीं कर सकते हैं, इससे कानों की त्वचा रूखी या शुष्क हो जाती है। कान के गंधक और तेल की अनुपस्थिति में, शुष्क त्वचा छिलने लगती है, यह कान में खुजली होने के कारणों में से एक है।

कुछ लोगों के कानों में गंधक का उत्पादन होता हैं लेकिन इसे हटा दिया जाता है क्योंकि उन्हें अक्सर अपने कान साफ करने की आदत होती है। इससे भी कानों में खुजली हो सकती है क्योंकि बाहरी कान में नमी बनाए रखने के लिए कान का गंधक जरूरी है।

सूखेपन के कारण कान में खुजली के उपाय

इससे पहले कि आप सूखे खुजली वाले कानों का कारण निर्धारित करें, जांचें कि आपके कान की त्वचा नम है या नहीं। यदि झड़ती त्वचा है तो एक मुलायम कपड़े से साफ करें। कान के गंधक को आक्रामक तरीके से साफ न करें क्योंकि इससे सूखापन बढ़ जाएगा।

क्रीम लगाएं, बेबी ऑयल या जैतून की एक बूंद एक अच्छा शुष्क कान में खुजली का घरेलू उपाय है। आप लैक्टिक एसिड (Lactic Acid) युक्त क्रीम भी खरीद सकते हैं।

यदि आपको कुछ दिनों में सुधार नहीं दिखाई देता है और कान में खुजली बनी रहती है, तो कान में खुजली की दवा के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श करें जो ऐंटि-फंगल (Anti-fungal) क्रीम या एंटीबायोटिक ईयर ड्रॉप्स की सलाह देंगे।

2. कान के गंधक से रुकावट के कारण कान में खुजली

अगर बहुत कम कान का गंधक कान खुजली का कारण है, तो बहुत ज्यादा कान का गंधक भी एक कारण है। कान में बनने वाला गंधक त्वचा को नम रखता है और बाहरी गंदगी को कान के भीतर जाने से रोकता है। कान का गंधक समय के साथ धूल और झड़ती त्वचा को इकट्ठा करता है और स्वाभाविक रूप से बाहर निकालता है या स्वयं सफाई करता है।

कान के गंधक को हटाने के लिए अवैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल न करें blog image
कान के गंधक को हटाने के लिए अवैज्ञानिक तरीकों का इस्तेमाल न करें

कानों को साफ करने के लिए उंगलियों, पिन या रुई की कलियों के इस्तेमाल से बचें। इन वस्तुओं को कान में डालने से हम कान के मैल को अंदर धकेल देते हैं और कान नलिका को अवरुद्ध कर देते हैं। इससे अस्थायी रूप से बहरापन हो सकता है और जीवाणु (बैक्टीरिया) का निर्माण होता है जो कान में खुजली होने का कारण बनता है।

गंधक से अवरुद्ध कान में खुजली के उपाय

कान के मैल को साफ करने के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड (Hydrogen Peroxide) या जैतून के तेल का उपयोग करना कान में खुजली का घरेलू उपाय हैं। जमा हुए कान के गंधक को हटाने के लिए केमिस्ट के पास कान का मैल निकालने की दवा या इयरवैक्स सॉफ्टनर (Earwax softener) उपलब्ध हैं। घर पर कान के मैल हटाने के टिप्स पर हमारा ब्लॉग पढ़ें।

अगर कान का मैल सख्त और सूखा है तो सफाई के लिए डॉक्टर से मिलें, इसे बाहर निकालने के लिए किसी नुकीला वस्तु का इस्तेमाल न करें।

3. एलर्जी के कारण कान में खुजली

बहुत से लोग एलर्जी के कारण कान खुजली से पीड़ित हैं। एलर्जिक राइनाइटिस (Allergic Rhinitis) या परागज-ज्वर (Hay Fever) सबसे आम प्रकारों में से एक है। परागज-ज्वर केवल नाक को प्रभावित नही करता है बल्कि गले में खराश के साथ-साथ कानों में खुजली भी करता है। परागज-ज्वर निम्नलिखित की प्रतिक्रिया के कारण होता है

  • पराग (Pollen)
  • पालतू बिल्लियों या कुत्तों के बाल और शुष्क त्वचा का झड़ना
  • फफूंदी लगना (कवक का प्रकार)
  • धूल के कण
  • सिगरेट का धुआँ या इत्र

परागज-ज्वर के कारण कान में खुजली के उपाय

केमिस्ट के पास उपलब्ध एंटीहिस्टामाइन (Antihistamine) दवा लें। एंटीहिस्टामाइन एलर्जी-रोधी दवाएं हैं, बेनाड्रिल (Benadryl) और सेट्रीज़िन (Cetirizine) दो लोकप्रिय कान में खुजली की दवा हैं। एक बार जब डॉक्टर ने पुष्टि कर दी कि आप एलर्जिक राइनाइटिस से पीड़ित हैं, तो सावधानी बरतें और पालतू जानवरों और धूम्रपान करने वालों से दूर रहें। धूल के कण से छुटकारा पाने के लिए, घर की चादरें साफ रखें और पराग के मौसम के दौरान बाहर जाने से बचें।

4. त्वचा की एलर्जी से कान खुजली

कभी-कभी कान में अचानक खुजली होने के कारण का पता लगाना मुश्किल होता है। अगर आपने अपना नहाने का साबुन या शैम्पू बदला है तो यह एक कारण हो सकता है। नए उत्पाद का उपयोग बंद करें और देखें कि क्या कान की खुजली बंद होती है या नहीं।

त्वचा रोगों के कारण कान में खुजली होना

निम्नलिखित त्वचा रोगों के कारण भी कानों में खुजली हो सकती है।

छालरोग या सोरायसिस

सोरायसिस (Psoriasis) एक स्वप्रतिरक्षित रोग है (Autoimmune Disease) और त्वचा के जीवन को कम करता है। संचित झड़ती त्वचा के कारण बाहरी कान में खुजली और लाल धब्बे हो जाते हैं।

कान का एक्जिमा

कान का एक्जिमा से कानों के आसपास, कान के अंदर भी खुजली हो सकती है।

संपर्क त्वचाशोथ (Contact Dermatitis) या संपर्क एक्जिमा (Contact Eczema) तब होता है जब त्वचा किसी ऐसी चीज के संपर्क में आती है जो प्रतिक्रिया का कारण बनती है। आभूषण, सौंदर्य प्रसाधन, साबुन और शैंपू इसके कुछ कारण हैं।

कान का सीबमयुक्त त्वचाशोथ

सीबमयुक्त त्वचाशोथ या त्वग्वसास्राव (Seborrheic Dermatitis) लाल त्वचा और जिद्दी रुसी का कारण बनती है जो कान नलिका में खुजली और त्वचा छिलने का कारण है।

5. त्वचा रोगों के कारण कान में खुजली का घरेलू उपाय

  • सोने से पहले अपने कानों को गर्म पानी से धो लें।
  • नमी बनाए रखने के लिए नहाने के बाद कानों पर क्रीम या हल्का सा तेल का प्रयोग करें।
  • आभूषण के इस्तेमाल से बचें, अगर आभूषण कारण है तो।
  • केमिस्ट से खुजली रोधी क्रीम का प्रयोग करें।
  • ऐसे सौंदर्य प्रसाधन उत्पादों का उपयोग करें जो कोमल हों और आपकी संवेदनशील त्वचा के अनुकूल हों।

यदि कान में खुजली के घरेलू उपाय काम नहीं करते हैं तो उपचार के लिए त्वचा विशेषज्ञ से मिलें। उपरोक्त त्वचा रोगों के कारण न केवल कान के अंदर खुजली होती है बल्कि कानों के बाहर भी खुजली होती है और कभी-कभी कानों के पीछे भी होती है।

6. खाद्य एलर्जी के कारण कान में खुजली

कुछ लोगों की प्रतिरक्षा प्रणाली कुछ खाद्य उत्पादों पर प्रतिक्रिया करती है। प्रतिरक्षा प्रणाली इन खाद्य पदार्थों में प्रोटीन को रोगजनकों के रूप में मानती है जो शरीर के लिए अवांछित और हानिकारक हैं। हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली प्रतिक्रिया करके उनकी उपस्थिति का विरोध करती है. इसके परिणामस्वरूप कान सहित पूरे शरीर में त्वचा की प्रतिक्रियाएं होती हैं।

किन खाद्य पदार्थों के कारण कान में खुजली होती है?

निम्नलिखित खाद्य पदार्थ एलर्जी के कुछ स्रोत हैं जो कान में खुजली के कारण हैं।

  • बादाम आदि
  • दूध
  • मछली
  • गेहूं
  • सोया

हालांकि खाद्य एलर्जी चेहरे और शरीर पर दाने, पित्ती और लालिमा जैसी विभिन्न प्रतिक्रियाओं का कारण बनती है, यह कान में खुजली का कारण भी बनती है।

खाद्य एलर्जी से कान में खुजली का उपाय

प्रतिक्रिया हल्की होने पर एंटीहिस्टामाइन (एलर्जी-रोधी दवाएं) मदद करते हैं। यदि प्रतिक्रिया गंभीर है और सांस फूलने, बोलने में कठिनाई और चक्कर आने लगते है तो यह एक चिकित्सा आपात स्थिति है। रोगी को अस्पताल ले जाएं क्योंकि यह तीव्रग्राहिता (Anaphylaxis) का मामला है।

कान के मैल या संक्रमण के लिए कानों की जाँच blog image
कान के मैल या संक्रमण के लिए कानों की जाँच। Image Courtesy: freepik.com

7. कान में संक्रमण और खुजली

कान में संक्रमण बहुत आम है और कई कारणों से हो सकता है। कान में खुजली होना कान में हल्के संक्रमण या प्रारंभिक अवस्था में संक्रमण का संकेत है। अधिक जानकारी के लिए कान के फंगल इन्फेक्शन पर हमारा लेख पढ़ें।

जीवाणु या विषाणुजनित संक्रमण गले में खराश और कान में खुजली का कारण है। कान में संक्रमण? इसे कैसे रोकें? के बारे में पढ़ें।

8. कान में पानी के कारण खुजली

यह खुजली कान में पानी की उपस्थिति के कारण होती है। यह बाहरी कान का संक्रमण है, इस संक्रमण को ओटिटिस एक्सटर्ना (Otitis Externa) कहा जाता है। इसका नाम “स्वीमर्स ईयर” (swimmers ears) रखा गया है क्योंकि तैराकों को इसका ज्यादा खतरा होता है। गीले, नम कान में जीवाणु (बैक्टीरिया ) तैयार होते हैं जिससे संक्रमण होता है।

कान में पानी के कारण खुजली का उपाय

गीले, नम कानों के कारण बाहरी कान में खुजली होती है। आपको अपने कानों को सूखा रखना चाहिए, यदि यह संभव नहीं है, तो पानी में तैरने के दौरान इयरप्लग का उपयोग करें। ये इयरप्लग पानी को अंदर जाने से रोकते हैं। अगर वे ठीक से फिट नहीं होते हैं और कुछ पानी लीक हो जाता है तो इयरप्लग डालने से पहले वैसलीन लगाएं। वैसलीन छोटे अंतराल को सील बंद कर देगी।

मिनरल ऑयल (खनिज तेल) और हाइड्रोजन परॉक्साइड (Hydrogen Peroxide) का मिश्रण कान में खुजली का घरेलू उपाय हैं। मिश्रण को कान में खुजली की दवा की तरह इस्तेमाल करें।

संक्रमण गंभीर होने की स्थिति में कान में खुजली की दवा के लिए डॉक्टर से मिलें।

9. कान की मशीन के कारण कान खुजली

बीटीई (BTE) कान की मशीन के निकाय से कान के बाहर खुजली नहीं होती है, लेकिन अगर कान की मशीन अच्छी तरह से फिट नहीं है और त्वचा पर रगड़ती है तो कान के बाहर लालिमा, जलन और खुजली की संभावना है।

संभावना है कि कान की मशीन का गुंबद या ईयरमोल्ड कान की खुजली का कारण हो सकता है। ईयरमोल्ड कान के अंदर नमी को सूखने नहीं देता और हवा के संचार को रोकता है।

कान मशीन के कारण कान की खुजली का इलाज

कान मशीन उपयोगकर्ताओं को खुजली से बचने के लिए कान में ईयरमोल्ड डालने से पहले हर दिन निस्संक्रामक (Disinfectant) के साथ साफ करना चाहिए। श्रवण यंत्रों को नमी मुक्त रखने के लिए उपयोग किए जाने वाले अल्ट्रावाइलेट डीह्यूमिडिफायर (Ultraviolet Dehumidifier) एक कीटाणुनाशक के रूप में भी काम करते हैं।

10. कान में डालने वाले छोटे हेडफोन के कारण कान की खुजली

संगीत प्रेमी जो लंबे समय तक कान में डालने वाले छोटे हेडफोन का उपयोग करके संगीत सुनते हैं, उनके कान में खुजली होने की संभावना अधिक होती है। कुछ अध्ययनों के अनुसार कान में बैक्टीरिया की मात्रा में वृद्धि होती है यदि ईयरबड या इन-ईयर हेडफ़ोन का उपयोग निरंतर एक घंटे या उससे अधिक समय तक किया जाता है। ईयरबड के गुंबद पर एकत्रित गंदगी हमारे कान में स्थानांतरित होती है जिसके परिणामस्वरूप आंतरिक कान में खुजली होती है।

छोटे हेडफोन कान नलिका को सील कर देते हैं और ताजी हवा के संचलन को रोकते हैं। कान की नलिका में फंसी नम हवा जीवाणु के विकास को बढ़ावा देती है।

छोटे हेडफोन के उपयोग से कान में खुजली का उपाय

उपाय काफी सरल है, कान में डालने से पहले हेडफोन कीटाणुरहित करने के लिए सैनिटाइज़र का उपयोग करें। लंबे समय से लगातार हेडफोन का उपयोग न करें और ताजी हवा को कानों में प्रवेश करने दें।

यदि कान में खुजली बनी रहती है और आप कान में खुजली के कारण की पहचान करने में असमर्थ हैं या ऊपर दिए गए कान में खुजली के उपाय प्रभावी नहीं हैं तो उचित निदान और उपचार के लिए अपने डॉक्टर से मिलें।

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